बच्चों से जुड़े हुए 5 वर्ष से भी ज्यादा हो गए। कॉलेज के दिनों में रोज़ शाम को कॉलेज के बाद बच्चों के पास जाना, उन्हें पढ़ाना, उनसे मिलना यह सब कुछ कॉलेज लाइफ का एक हिस्सा बन गए थे। बच्चों की जरूरतों और उनके संपूर्ण विकास के लिए यह आवश्यक था एक नाम और वो मिला Light de Literacy के रूप में, संस्था के गठन के बाद जाहिर था कि जिम्मेदारियां बढ़ने वाली हैं लेकिन बच्चों की मुस्कान और उत्साह हमेशा मनोबल बढ़ाता रहा और कुछ बेहतर करने की शक्ति भी देता रहा । बच्चों से जुड़ने के साथ ही समाज के उस वर्ग से भी रूबरू होने का मौका मिला जो परिस्तिथियों के दबाव के कारण कहीं सिमट कर रह जाता है। जरूरत है उसको बाहर आने की। हर युवा, हर वर्ग को जानने और समझने की क्योंकि समाज का सम्पूर्ण विकास किसी एक पहलू से नहीं जुड़ा है। समाज को एक नए ढंग से देखने का सलीका वहाँ जाने के बाद ही सीखने को मिला।

बच्चों की जिज्ञासा, उनकी उत्सुकता हमें हमेशा ही प्रेरित करती रही है, उनके जीवन को बेहतर दिशा देने के लिए खुद जाकर पढ़ाने के साथ साथ स्कूल में भी दाखिला कराया, बच्चों ने भी संसाधनों की कमी के चलते भरपूर मेहनत करके अपनी- अपनी कक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन किया, बच्चों की इस क़ामयाबी ने हमारी आशाओं को नए पंख लगा दिये। नए कॉलेज,नए साथियों के जरिये अलग अलग स्थानों के नए बच्चों से जुड़ने लगे, जिस उद्देश्य से शुरुवात की थी वो सफल होता नजर आने लगा, अतः यह प्रक्रिया निरंतर चलने वाला चक्र है। नये लोग आते गए, टीम बड़ी होती गयी, जितने लोग बढ़े, उतने ही ज्यादा बच्चों तक शिक्षा की लौ पहुंचाने का निरंतर प्रयास करते हैं, अब भी प्रयासरत हैं और सदैव रहेंगे।

यह सफर कुछ लोगों के साथ शुरू किया था, इस यात्रा में नए लोग जुड़ते गए ,कुछ लोग अपने गंतव्य की ओर निकल गए और कुछ इस यात्रा का एक अभिन्न अंग बन गए ।जैसे पढ़ते हुए बच्चे बड़े हो रहे हैं, वैसे ही समय के साथ संस्था भी बड़ी हो रही है ,इस संस्था को भी एक बच्चे की तरह संवारने का हर प्रयास, हर साथी हमेशा करता रहता है, संस्था के गठन से अब तक शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरा होगा जिसमें संस्था या बच्चो के बेहतर भविष्य के लिए कोई विचार न हुआ हो। बच्चों को बेहतर जीवन और सुरक्षित भविष्य देना ही संस्था का लक्ष्य है, इसमे कई साथी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हमेशा सहयोग करते रहे है ,जिसके बिना यहाँ तक पहुँचना असंभव था LDL परिवार हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेगा ।

पढ़ाने के साथ कई और भी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए साथियों द्वारा कई सारे अन्य कार्यक्रम भी शुरू किए गए जैसे:-
PSS (प्रतिभा सम्मान समारोह)- बच्चों के हुनर और उनकी प्रतिभा को सम्मानित कर उत्साहवर्धन करने का एक प्रयास।
SHE FOR SHE -जिसके अंतर्गत बच्चियों और महिलाओं की मेंस्ट्रुअल हाइजीन के बारे में उन्हें अवगत कराया जाता है एवं मदद की जाती है।
AAROGYA VAATIKA- बच्चों की सामान्य स्वास्थ्य जांच ओर उसके अनुरूप उन्हें जागरूक किया जाता है ।
UMANG- बच्चों के अंदर खेल भावना जागृत करने व उनके इस क्षेत्र के हुनर को और बढ़ावा दिया जाता है।
इन सभी के साथ ही सर्दियों के दिनों में विभिन्न स्थानों से कपड़े इक्कठा करके उन्हें झुग्गी, झोपड़ी, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर जरूरतमंद लोगों में वितरित करना, बच्चो के साथ हर त्योहार मनाना, उन्हें उसके बारे में जानकारी देना यह सभी काम, मन को एक अद्भुत शांति प्रदान करते हैं।

स्कूल के दिनों में सोचते थे कि हम समाज के निर्माण में अपना योगदान कैसे दे सकते है , Light de Literacy ने वो पटल प्रदान किया की समाज के प्रति अपनी जिम्म्मेदारी को निभा सके ।

आज भी याद है जब कॉलेज में थे रोज बच्चों से मिलने की इच्छा होती थी और ये जीवन का अभिन्न अंग बन गया। कॉलेज के बाद जब किसी कारणवश इन बच्चों से दूर हुए तो कोई न कोई बहाना तलाशते थे उनसे मिलने का जैसे 15 अगस्त, 26 जनवरी आदि और फिर कुछ लगभग 1 साल के अंतराल के बाद जब एक जगह थोड़ा ठहराव आया तो नए बच्चों से मिला और उनकों पढ़ाना प्रारम्भ किया क्योंकि संस्था का मूल उद्देश्य ही सभी को साक्षर करना ही है।

“कुछ नन्हें परिंदों के सपनों को पर देने निकले हैं,
कुछ मासूम बच्चों के जिंदगी को हुनर देने निकले है।
उठाते है जिम्मेदारी का बोझ जो नन्हे कंधो पर
उन सारे मासूमों के हाथों में कलम देने निकले हैं।”

This Post Has 34 Comments

  1. Shubham Reply

    Woww!! Kamlendra, keep it up.
    You are not only among the good people I have known but also idol for many.

    • Kamlendra Pratap Reply

      Thank you sir ??. Will always try to give my best to put a smile on the faces of kids.

  2. Vaidyanath Singh Reply

    Feeling delighted , to know the whole journey Sir.

  3. Vishesh Reply

    Great work KP. You are inspiration to all of us. Keep going. ?

    • Kamlendra Pratap Reply

      ?Friends like you always be the source of motivation for me .??

  4. Nidhi sinha Reply

    Sir aapki journey bahut hi acchi rahi.. Aur aashaa hai aage isse bhi jyda khoobsurat aur sukhad hogi..

  5. Ritika Jaiswal Reply

    Jitna suna tha usse bht alag and accha tha Ldl ka safar aur ap logo ki mehnat hi h ye jo aaj LDL es mukaam pe agya h..
    Such an inspiration jo ab tk jude hokr etna dedication k sath kaam krte ho ap log.

  6. Parul Pragya Reply

    Sir, you are an inspiration for me and for the whole team! You are the one man army for the Kaushambi camp!
    I’m very lucky to be a part of this family where I met you and all other kind seniors ❤️ And also, because of you I met Kaushambi kids who are gemstones ✨

  7. Shivani Reply

    Good job! Keep it up the good work and spirit.long way to go! Keep inspiring the world with your good deeds.

  8. Vivek Reply

    Dear kamlendra i just want to say that
    You are a candle in the darkness your and your ldl team members all work hard even in this covid 19 situation to deliver grocery items to needy person. So thank you for your service chote vidhayak ji …..keep it up

  9. Girraj Reply

    जरूरी नहीं रौशनी चिरागों से हो
    शिक्षा से भी घर रौशन होते हैं ।।

    आप वो रोशनी दे रहे हैं जरूरतमंद बच्चों को जो कई और की रोशनी का बन सकेंगे।

    Congratulations on this beautiful journey, keep up the good work.

    Respect.

    • Kamlendra Pratap Reply

      शिक्षा की दिया वो रोशनी है इंसान के घर आए मन दोनों को रोशन करते है ।???

  10. Ritika Seth Reply

    “कुछ नन्हें परिंदों के सपनों को पर देने निकले हैं,
    कुछ मासूम बच्चों के जिंदगी को हुनर देने निकले है।
    उठाते है जिम्मेदारी का बोझ जो नन्हे कंधो पर
    उन सारे मासूमों के हाथों में कलम देने निकले हैं।”
    Beautiful lines sir 🙂
    Your journey in LDL is remarkable and admirable.
    Hope you acheive every goal and fulfill each of your dreams.
    Stay happy as you are the cause of many innocent smiles.
    Respect you!

    • Kamlendra Pratap Reply

      Thanks Ritika???

      Volunteers like you are always a strength.

  11. Ritika Seth Reply

    Beautiful poetic lines sir 🙂
    Your journey in LDL is remarkable and admirable.
    Hope you acheive every goal and fulfill each of your dreams.
    Stay happy as you are the cause of many innocent smiles.
    Respect you!

    • Kamlendra Pratap Reply

      Thanks Ritika?

      Volunteers like you are always a strength.❣

  12. Surbhi Verma Reply

    Well done Kamlendra. Your team has set an example for the young generation. These kids are certainly full of talent, but they don’t have the opportunity. Education will provide them with this opportunity to harness this talent and change their lives. Your organization is doing some selfless examplery work here towards building a great society, and nation. Keep it up, and congratulations to every member of Light De Literacy for this inspiring journey.

    • Kamlendra Pratap Reply

      Thank You ???

      All your blessings and support, help us to do the same.

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